पर कुछ गलती का, आभास हो गया मुझे, बेसन मिक्चर और काप, इक दुसरे को, बाँध के रखे ना, पर कुछ गलती का, आभास हो गया मुझे, बेसन मिक्चर और काप, इक दुसरे को, ब...
ज़िंदगी में माता-पिता से मिली नैतिक-मूल्यों के सिद्धांतों के साथ एक सफल इंसान बनने क ज़िंदगी में माता-पिता से मिली नैतिक-मूल्यों के सिद्धांतों के साथ एक सफल इ...
शीर्षक बनो तुम रचना के अक्षर बनने में रखा क्या है। शीर्षक बनो तुम रचना के अक्षर बनने में रखा क्या है।
तुम कितनी सुलझी हुई हो ना, जैसे की कोई रेशम का धागा, कितना भी करो हमेशा सुलझा। तुम कितनी सुलझी हुई हो ना, जैसे की कोई रेशम का धागा, कितना भी करो हमेशा सुलझा।
मिलकर चलो ख़ुशियाँ फैलाएँगे प्रीत की डोरी से जग को बाँधेंगे! मिलकर चलो ख़ुशियाँ फैलाएँगे प्रीत की डोरी से जग को बाँधेंगे!
पुष्प-सार का है मधुवन पुष्प-गुच्छक से झूमे उपवन। पुष्प-सार का है मधुवन पुष्प-गुच्छक से झूमे उपवन।